जय हनुमान दोस्तों! 🙏<br /><br />बजरंग वीर | Bajrang Veer ----- https://youtu.be/MZjCYjR02M0<br /><br />प्रस्तुत है नया, प्रेरणादायक और भक्तिमय हनुमान भजन — “बजरंग वीर”।<br />इस गीत में शामिल हैं पवित्र चौपाइयाँ, हिंदी-संस्कृत शब्द और हनुमानजी की दिव्य शक्ति।<br />सुबह, पूजा, जप या उत्साह बढ़ाने के लिए यह आदर्श गीत है।<br />Presenting a new, inspiring, and devotional Hanuman bhajan—“Bajrang Veer.”<br />This song features sacred couplets, Hindi-Sanskrit lyrics, and the divine power of Hanumanji.<br />This is an ideal song for morning prayers, chanting, or simply for energizing.<br /><br />अगर आपको यह भजन पसंद आए, तो इसे लाइक करें, अपने मित्रों और परिवार के साथ शेयर करें, और हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें।<br />If you enjoy this bhajan, don't forget to like, share, and subscribe to our channel for more spiritual songs.<br /><br />🕉️ जय श्री राम! 🙌<br />🕉️ जय हनुमान! 🙌<br /><br />Lyrics:<br />-------- बजरंग वीर ---------<br /><br />“ऊँ हनुमते नमः…<br />जय बजरंगबली…<br />शक्ति-स्वरूप पवनसुत…”<br /><br />बजरंग वीर, अंजनि नंदन,<br />रक्षा कर प्रभु रघुवर दूलारे।<br />श्री राम-दूत, करुणा-सागर,<br />संकट हरण—नाम तुम्हारे॥<br /><br />तेरा स्मरण करूँ प्रभु राते,<br />भय हर लेते हो क्षण में।<br />वन-वन घूमे जग के खातिर,<br />ज्ञान-दीप जलाओ मन में।<br />“जय हनुमान ज्ञान गुन सागर”<br />यह ध्वनि मन को पावन करती।<br />श्रद्धा से जो नाम जपे,<br />हर पीड़ा पल में दूर होती।<br /><br />जय सिया राम....जय हनुमान.....<br /><br />सीता-देवी का संदेश लाये,<br />ताकत जिसकी तुलना नाहीं।<br />लंकादहन किया अकेले,<br />शक्ति तेरी फैली अमोघ गगन में।<br />“रामदूत अतुलित बलधामा”<br />हृदय में गूंजे दिव्य तुम्हारा।<br />भक्त जनों के दुःख हरो,<br />तुम ही जीवन के रखवाले।<br /><br />जय सिया राम....जय हनुमान.....<br /><br />समुद्र तरण, पर्वत उठाये,<br />तेरी लीला अनन्त अपारा।<br />लक्ष्मण प्राण बचाकर लाये,<br />प्रभु ने कहा—“भरोसा हमारा।”<br />“भूत पिशाच निकट न आवे”<br />गूँजे मन्त्र तुम्हारे प्यारे।<br />जो भी जपता पावन नाम,<br />उसके चरण महाशक्ति पावे।<br /><br />जय सिया राम....जय हनुमान.....<br /><br />रघुवर-भक्ति तुम्हारी धारा,<br />शरण में आए सबको तारो।<br />वज्र-काय तुम तेज-प्रतापी,<br />अज्ञान-तमस का द्वार उघारो।<br />कृपानिधे, कपीश्वर प्रभु,<br />रक्षा करो निष्कपट भाव से।”<br />नाम तुम्हारा सत्य सुहावा,<br />मन झूमे “हनुमान दीनदयाल से।”<br /><br />जय सिया राम....जय हनुमान.....<br /><br />बजरंग वीर, अंजनि नंदन,<br />रक्षा कर प्रभु रघुवर दूलारे।<br />श्री राम-दूत, करुणा-सागर,<br />संकट हरण—नाम तुम्हारे॥<br /><br />जय हनुमान…<br />ऊँ हनुमते नमः…<br />संकट मोचन हनुमान की जय…<br /><br />जय सिया राम....जय हनुमान.....
